क्योंकि आप जानते होंगे श्री हनुमान जी को तामसिक आहार नहीं चढ़ाया जाता . और उन्हें सात्विक आहार चढ़ाया जाता है।
तो फिर जो श्री हनुमान जी के जो भक्त होंगे उनको भी सात्विकता अपनानी चाहिए।
अब दोस्तों आपका सवाल है कि - हनुमान टैटू पाने( बनाने ) के बाद हम नॉन वेज( मांस) खा सकते हैं ?
तो दोस्तों हमारी माने तो यदि आप श्री हनुमान जी के भक्त है आप उनको मानते हो उनकी पूजा करते हो और अपने उनकी भक्ति में अपने शरीर में श्री हनुमान जी का टैटू (चित्र )बनाना चाहते हो तो आपको नॉन वेज (मांस ) का सेवन नहीं करना चाहिए।
कहते है दोस्तों यदि आपको श्री हनुमान जी की पूर्ण कृपा पानी है तो आपको मांस,अंडा इत्यादि नशीली चीजों का सेवन छोड़ना चाहिए।
और कहते है हनुमान जी उन लोगों से पूरी तरह से कभी खुश भी नहीं हो पाते जो इन तामसिक और नशीली चीजों का सेवन करते है।
इसलिए अगर आप श्री हनुमान जी के किसी भी पाठ या मंत्र को सिद्धि करना चाहते हो तो आप नॉन वेज (मांस ) का सेवन न करे।
अक्सर बहुत से भक्त अपने ईस्ट अपने भगवान की भक्ति में अपने शरीर में उनका चित्र (टैटू ) बनाते है। ये सब वो लोग इसलिए करते है क्योंकि उनके अंदर उनके ईस्ट उनके भगवान की आस्था होती है इसलिए वो अपनी श्रद्धा और भक्ति में अपने ईस्ट और अपने भगवान का चित्र(टैटू ) अपने शरीर में बनाते है।
और वैसे भी दोस्तों इस काम के लिए कोई किसी व्यक्ति को मना भी नहीं कर सकता है क्युकी सबकी अपनी-अपनी भक्ति अपनी श्रद्धा और आस्था है।
अब वो उस इंसान पर निर्भर करता है कि वो इंसान अपनी भक्ति अपनी ईस्ट के प्रति अपने भगवान के प्रति किस माध्यम से करता है।
और अंत में दोस्तों हम आपसे इतना ही कहना चाहेंगे यदि आप श्री हनुमान जी के सच्चे भक्त है और अपना चित्र (टैटू) अपने शरीर पे बनाना चाहते हैं तो दोस्तों आपको नॉनवेज(मांस ) का सेवन नहीं करना चाहिए।
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