दोस्तों ग्रहण कोई सा भी क्यों न हो सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण हिन्दू धर्म और ज्योतिषचार्यों के अनुसार ग्रहण शुभ नहीं माना जाता है ग्रहण समय किसी भी गर्भवती महिला को ग्रहण में घर से बाहर नहीं आना चाहिए। परन्तु ये सब बातें ज्योतिष विज्ञान ही मानता है और इन सब बातों को अधिकत्तर लोग भारत में ही मानते है न कि बाहर विदेशों में।
जी हां दोस्तों विदेशों में लोग चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण जैसी बातों को नहीं मानते हैं परन्तु इसका मतलब ये नहीं कि उनपे ग्रहण का असर नहीं पड़ता दोस्तों वो मानते नहीं है परन्तु उनपे भी ग्रहण का असर पड़ता है यदि वहां भी कोई गर्भवती महिला सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण में बाहर निकलती है तो दोस्तों उनपे भी असर पड़ता है परन्तु वो मानते नहीं है । परन्तु दोस्तों आप भूलिए मत विदेशों में भी भारतीय लोग रहते है और विदेशों में भी हिन्दू धर्म के मंदिर है इसलिए वहां भी सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण को माना जाता है क्योंकि दोस्तों हम सभी इंसान है हम मनुष्य का शरीर पंचभूतों से बना है इसलिए सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण से मनुष्य के शरीर पर असर जरूर पड़ता है । कुल मिलाकर दोस्तों ग्रहण का प्रभाव विदेशों में भी पड़ता है। अब जानते हैं दोस्तों ग्रहण के समय क्या - क्या सावधानी अपनानी चाहिए और क्या करे और क्या न करे आइये हम आपको बताते है -
ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए
1 - ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ होता है।
2 - ग्रहण में अपने ईष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए।
3 - ग्रहण के दौरान शांति से घर में भगवान के नाम / मंत्र का जाप करना चाहिए।
4 - ग्रहण के दौरान दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
5 - माना जाता है ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए और फिर से स्नान करना चाहिए।
6 - ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए।
7 - ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए।
8 - ग्रहण के दौरान किसी मंदिर में नहीं जाना चाहिए ।
9 - ग्रहण लगने से पहले मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते है।
10 - ग्रहण के दौरान भोजन बनाना और खाना वर्जित होता है।
11 - ग्रहण के दौरान किसी से भी वाद विवाद करने से बचना चाहिए।
दोस्तों 26 मई 2021 को साल का पहला चंद्रग्रहण लग चुका है और अब 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगेगा।
और दोस्तों इस दिन माँ सावित्री व्रत और शनि जयंती भी है।
दोस्तों ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण अशुभ माना जाता है और ज्योतिष के अनुसार सूर्यग्रहण का नकरात्मक प्रभाव हर मानव जाति और प्रकृति पर भी पड़ता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राहु और केतु सूर्य को निगल लेते है जिस कारण सूर्य पे अँधेरा छा जाता है।
इसलिए दोस्तों सभी लोगों को सूर्य ग्रहण के समय मंत्र जाप और ध्यान करना चाहिए।
वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो सूर्य ग्रहण एक खगोलियाँ घटना है। इस बार 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण को पर्लियाकार सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है इसमें चन्द्रमा सूर्य को इस प्रकार से ढक लेता है कि सूर्य का प्रकाश चारों तरफ से चमकता रहता है जिस कारण सूर्य कंगन या अंगूठी की तरह दिखाई देता है इस प्रकार के ग्रहण को रिंग ऑफ़ फायर सूर्यग्रहण कहा जाता है ।
दोस्तों सूर्य ग्रहण के दौरान भी कहीं कार्यों को वर्जित बताया गया है कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए और मंदिर के घर में कोई कपड़ा या पर्दा डाल देना चाहिए और इस समय भोजन नहीं करना चाहिए और केवल इस समय मंत्र जाप ही करना चाहिए और मंत्र जाप के बाद स्नान करना चाहिए ।
ज्योतिषि के अनुसार घर के बाहर नहीं जाना चाहिए और गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए नहीं तो आपके होने वाले बच्चे को ग्रहण प्रभावित कर सकता है।
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता यदि आप ग्रहण काल में मंत्र जाप करते हो तो ज्योतिषि शास्त्र के वो मंत्र सिद्ध हो जाता है और वो मंत्र अधिक प्रभावशाली होता है। इसलिए आप ग्रहण काल में मंत्र जाप जरूर करे।
तो दोस्तों थी सूर्य ग्रहण के बारे में सम्पूर्ण जानकरी किसी लगी आपको ये जानकर कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें जरूर बताए और हमारे साथ जुड़ने के लिए फॉलो और सब्सक्राइब जरूर करे।